गणेश जी को प्रसन्‍न कैसे करें

गणेश जी अमंगल और विघ्न हर्ता हैं। कहा जाता है कि जिस पर गणेश जी की कृपा हो जाए उसके जीवन में आने वाली सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं। हिन्दू पंचांग के अनुसार प्रत्येक वर्ष भाद्रपद मास के शुक्ल चतुर्थी को हिन्दुओं का प्रमुख त्यौहार गणेश चतुर्थी मनाया जाता है। साथ ही भगवान गणेश के जन्म दिन के उत्सव को गणेश चतुर्थी के रूप में जाना जाता है।

बुधवार का दिन भगवान गणपति का दिन माना जाता है और इस दिन भगवान गणपति का पूजन और स्तुति विशेष फल देनेवाला होता है। गणेश चतुर्थी, चौथ  और बुधवार के दिन गणपति की  अराधना से आपकी हर मनोकामना पूर्ण हो सकती है।
निचे दिए गए तरीको से गणेश जी को प्रसन्न किया जा सकता है |

 

1. गणेश चतुर्थी पर सामान्य पूजा का असाधारण फल
गणेश चतुर्थी के दिन सुबह स्त्रान आदि से निवृत होकर स्वच्छ वस्त्र धारण करें। फिर एक स्वच्छ आसन पर बैठकर भगवान श्रीगणेश की पूजा करें। पूजा के दौरान भगवान गणेश को धूप व दीप दिखाएं। इसके बाद फल, फूल, चावल, रौली, मौली, पंचामृत से स्त्रान आदि कराने के पश्चात भगवान गणेश को तिल से बनी वस्तुओं या तिल तथा गु़ड से बने लड्डुओं का भोग लगाएं।
इस दिन व्रत रखने वाले व्यक्ति को लाल वस्त्र धारण करने चाहिए। ऐसा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है और जीवन में सुख शांति और समृद्धि आती है।

2. मोदक और लड्डू
भगवान गणपति को मीठा बहुत पसंद है। गजानन खाने के बेहद शौकीन हैं। उन्हें कई तरह की मिठाइयां पसंद हैं। इसमें मोदक, बेसन के लड्डू, मोतीचूर के लड्डू, गुड़ और नारियल से बनी चीजें उन्हें प्रसाद या भोग में चढ़ाई जाती हैं। गणेश जी को मोदक काफी पसंद होने की वजह से मोदक का प्रसाद जरूर चढ़ाया जाता है।
मोदक चावल के आटे, गुड़ और नारियल से बनाया जाता है। बुधवार को गणपति को मोदक या लड्डू चढ़ाने से ऐसी मान्यता है कि अमुक व्यक्ति को कर्ज से मुक्ति मिलती है और उसके घर में समृद्धि आती है।

3. मंत्र का जाप
अगर आप जिस काम को करने की कोशिश करते है या फिर हर काम में आपको असफलता मिलती है तो बुधवार के दिन गणेश के इस मंत्र का जाप विधि-विधान से करें। आपकों सभी कष्टों से निजात मिल जाएगी –
त्रयीमयायाखिलबुद्धिदात्रे बुद्धिप्रदीपाय सुराधिपाय। नित्याय सत्याय च नित्यबुद्धि नित्यं निरीहाय नमोस्तु नित्यम्।

4. दुर्वा
गणेश जी को प्रसन्न करने का यह सबसे सरल तरीका है। हर दिन सुबह स्नान पूजा करके गणेश जी को गिन कर पांच दूर्वा यानी हरी घास अर्पित करें। दुर्वा गणेश जी के मस्तक पर रखना चाहिए। चरणों में दुर्वा नहीं बिल्कुल नहीं रखें। दुर्वा अर्पित करते हुए मंत्र बोलें – इदं दुर्वादलं ऊं गं गणपतये नमः

5. गणपति मंत्र का 108 बार जाप 
गणपति की पूजा करते समय पूर्व अथवा उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठें। भगवान गणेश की पूजा करने के बाद उसी समय गणेशजी के मंत्र ऊं श्रीगणेशाय नम: का जाप 108 बार करें। शाम को कथा सुनने के बाद गणेशजी की आरती उतारें।

 

चंद्रमा के उदय होने पर उनका भी पंचोपचार से पूजन करें। इस प्रकार विधिवत भगवान श्रीगणेश का पूजन करने से मानसिक शान्ति मिलने के साथ आपके घर-परिवार के सुख व समृद्धि में वृद्धि होती है।

6. गणपति को पसंद है शमी का पत्ते का भोग
शास्त्रों में के अनुसार शमी ही एक मात्रा पौधा है जिसकी पूजा से गणेश जी और शनि दोनों प्रसन्न होते हैं। ऐसे माना जाता है कि भगवान श्री रमा ने भी रावण पर विजय पाने के लिए शमी की पूजा की थी।  शमी गणेश जी को अत्यंत प्रिय है। शमी के कुछ पत्ते नियमित गणेश जी को अर्पित करें तो घर में धन एवं सुख की वृद्धि होती है।

7. शुद्ध घी और गुड़ का भोग लगाएं
अगर आपको धन की इच्छा है, तो इसके लिए आप चतुर्थी के दिन सुबह नहाने के बाद भगवान श्रीगणेश को शुद्ध घी और गुड़ का भोग लगाएं।बाद में ये घी व गुड़ गाय को खिला दें। ये उपाय करने से धन संबंधी समस्या से मुक्ति मिल जाती है ।

8.गणेश चतुर्थी की विशेष पूजा
गणेश चतुर्थी पर सुबह सुबह नहाने के बाद गणेश मंदिर जा कर गणेश जी के दर्शन करें और उन्हें 21 गुड़ की ढेली के साथ दूर्वा चढ़ाएं। इस उपाय को करने से भगवान श्रीगणेश भक्त की सभी मनोकामनाएं पूरी करते है। चतुर्थी के दिन व्रत रखें। शाम के समय घर में ही गणपति अर्थवशीर्ष का पाठ करें।
इसके बाद भगवान श्रीगणेश को तिल से बने लड्डुओं का भोग लगाएं। इसी प्रसाद से अपना व्रत खोलें और भगवान श्रीगणेश से मनोकामना पूर्ति के लिए प्रार्थना करें।

9. गणेश चतुर्थी के दिन हाथी को हरा चारा खिलाएं 
अगर आपके जीवन में बहुत परेशानियां हैं, तो आप गणेश चतुर्थी के दिन हाथी को हरा चारा खिलाएं और गणेश जी के मंदिर जाकर भगवान श्रीगणेश से परेशानियों का निदान करने के लिए प्रार्थना करें।

10. गणेश चतुर्थी पर गणपति दर्शन
इससे आपके जीवन की परेशानियां कुछ ही दिनों में दूर हो सकती हैं। साथ ही  गणेश चतुर्थी पर गणेश मंदिर जाकर भगवान् के दर्शन के और उसके बाद  निशक्तों को जितना हो सके, दान करें। दान से पुण्य की प्राप्ति होती है और भगवान श्रीगणेश भी अपने भक्तों पर प्रसन्न होते हैं।

11. गणेश यंत्र
गणेश यंत्र बहुत ही चमत्कारी यंत्र होता है। चतुर्थी के दिन घर में गणेश यन्त्र की स्थापना करें। चतुर्थी में इस यंत्र की स्थापना व पूजन करने से बहुत लाभ होता है। इस यंत्र के घर में रहने से किसी भी प्रकार की नकारात्मक शक्ति घर में प्रवेश नहीं कर पाती है ।

 

 

 

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